कर्नाटक (Karnataka) में राजनेताओं के बयान राजनीतिक दलों के परेशानी का सबब बनते जा रहे हैं। कर्नाटक में कांग्रेस के एक बड़े नेता की रेप का आंनद लें (enjoy rape) वाली टिप्पणी ने राजनीतिक गलियारों में तूफान खड़ा कर दिया है। पक्ष-विपक्ष हर कोई इस बयान से आक्रोश और शर्मिंदगी महसूस कर रहा है। हालांकि, अशोभनीय कमेंट करने वाले विधायक ने विधानसभा और ट्विटर (twitter) पर माफी मांग ली है। पार्टी ने भी विधायक केआर रमेश कुमार (K R Ramesh Kumar) को लताड़ लगाई है। अब विपक्ष ने भी इस मुद्दे पर निशाना साधा है।
कांग्रेस, स्पीकर सभी ने की निंदा
उधर, कांग्रेस ने कहा कि वह विधानसभा में "अत्यधिक आपत्तिजनक और असंवेदनशील मजाक" को अस्वीकार करती है। पार्टी ऐसी टिप्पणियों के लिए जिम्मेदार विधायक को ऐसा करने के लिए नोटिस भी करेगी। कर्नाटक विधानसभा स्पीकर विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी (Vishweshwar Hegde Kageri) ने भी विधायक के कमेंट की निंदा की है।
केंद्रीय नेतृत्व ने भी विधायक को दी नसीहत
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस पार्टी कर्नाटक विधानसभा अध्यक्ष और सदन में वरिष्ठ कांग्रेस विधायक के बीच अत्यधिक आपत्तिजनक और असंवेदनशील मजाक के आदान-प्रदान को अस्वीकार करती है। संरक्षक और वरिष्ठ विधायकों के रूप में अध्यक्ष से आदर्श होने की उम्मीद की जाती है और इस तरह के अस्वीकार्य व्यवहार से दूर रहना चाहिए।
कांग्रेस के राज्यसभा नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मैं इस टिप्पणी की कड़ी निंदा करता हूं। वह अध्यक्ष और मंत्री रहे हैं। मुझे यह पसंद नहीं आया। उन्होंने अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगी है लेकिन ऐसी भाषा निंदनीय है। हम महिलाओं का सम्मान करते हैं। अध्यक्ष टिप्पणी पर हंस रहे थे, हमें भी यह मंजूर नहीं है।
दिल्ली तक पहुंची टिप्पणी की गूंज
दिल्ली में संसद के शीतकालीन सत्र से इतर समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन ने इस टिप्पणी को शर्मनाक बताया।
जय बच्चन ने कहा कि मुझे यह सोचने में भी शर्म आती है कि ऐसी मानसिकता के लोग विधानसभा या संसद में हो सकते हैं। मुझे नहीं पता कि क्या कार्रवाई की जाएगी। उनकी पार्टी को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। मैं अवाक हूं। क्या वह घर पर महिलाएं नहीं हैं? यह सोच में एक बुनियादी दोष का परिणाम है।
इस वजह से हुआ हो रही है आलोचना
कांग्रेस विधायक ने गुरुवार को कर्नाटक विधानसभा में किसानों पर चर्चा के दौरान एक आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी थी। सदस्यों के बीच अपनी बात रखने के लिए हो रहे एक हंगामे में अध्यक्ष ने सवाल किया था कि यदि सभी को बोलने का समय दिया गया तो सत्र कैसे आयोजित किया जा सकता है।
स्पीकर विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी ने कहा कि आप जो भी तय करें - मैं हां कहूंगा। मैं जो सोच रहा हूं वह यह है कि हम स्थिति का आनंद लें। मैं सिस्टम को नियंत्रित या अपने तरीके से संचालित नहीं कर सकता। मेरी चिंता यह है कि यहां जिस लिए हम आए हैं उन उद्देश्यों को भी कवर किया जाना चाहिए।
तो कांग्रेस विधायक ने जवाब दिया...
कांग्रेस विधायक ने जवाब दिया कि एक कहावत है कि जब बलात्कार अपरिहार्य हो, तो लेट जाओ और इसका आनंद लो। ठीक यही स्थिति है जिसमें आप हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि इसके जवाब में राज्य विधानसभा में ठहाके लग गए। विधानसभा में इस बातचीत के दौरान एक वीडियो में स्पीकर हंसते हुए नजर आ रहे हैं।
लेकिन थोड़ी ही देर में होने लगी इस टिप्पणी की आलोचना
हालांकि, हल्के-फुल्के ढंग से दोनों के बीच हुए इस संवाद में एक अशोभनीय टिप्पणी पर आलोचना भी शुरू हो गया। लोगों ने इसे स्त्री विरोधी करार दिया और पुरूषवादी मानसिकता का परिचायक बताया।
मामला तूल पकड़ता देख विधायक ने मांग ली माफी
लेकिन जब मामला तूल पकड़ने लगा और हर ओर आलोचना होने लगी तो विधायक ने तत्काल माफी मांग ली और गलती होने की बात स्वीकार कर ली। विधायक रमेश कुमार ने ट्विटर पर एक बयान देते हुए विवादास्पद रूप से अपनी टिप्पणी को "ऑफ-द-कफ" करार दिया।
विधानसभा में भी विधायक ने मांगी माफी
कर्नाटक विधानसभा में शुक्रवार सुबह महिला विधायकों के विरोध के बीच, कांग्रेस नेता ने एक संशोधित माफी की पेशकश करते हुए कहा कि अगर इससे महिलाओं की भावनाओं को ठेस पहुंची है, तो मुझे माफी मांगने में कोई दिक्कत नहीं है। मैं अपने दिल की गहराई से माफी मांगता हूं। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि विधायक ने माफी मांग ली है, इसे आगे नहीं बढ़ाते।
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